राहु उपाय (Rahu Remedy) (1) पूजन- 1. राहु के आराध्य देव भैरव जी की आराधना करें, उन्हें गुड़ और बेसन का भोग लगाकर प्रसाद ग्रहण करें। अंत मे कुत्ते को खाने के लिए दें। 2. निम्न मंत्र का जाप 108 बार प्रतिदिन करें- ॐ छ्रां छ्रीं छ्रौं सः राहुवे नमः। अथवा ॐ रां राहवे नमः। 3. हनुमान जी के बजरंग बाण/ संकटमोचन का पाठ करें। (2) दान- भैरव जी की पूजा कर निम्न वस्तुएं शनिवार को दान दें। संभव हो तो यह दान कुष्ट रोगी हो दें। 1. उड़द (काली) दान 2. तिल/ तिल तेल 3. नीला वस्त्र (3) अन्य टोटके- मछली/ चींटी को खाना दें। शनिवार को देवस्थान की सेवा/ सफाई करें।
ज्येष्ठा नक्षत्र गण्डमूल शांति विधि Jayeshtha Nakshatra GandMool Shanti Vidhi 🌺 गण्डमूल शांति विधि – संपूर्ण विवरण 1. पूर्व तैयारी घर को स्वच्छ करें, पूजा का स्थान पूर्व दिशा या उत्तर दिशा की ओर रखें। कलश स्थापित करें (जल, आम के पत्ते, नारियल रखें)। बालिका को स्नान कराकर नए वस्त्र पहनाएँ। --- 2. पूजन सामग्री (हवन व शांति हेतु) 1. कलश, नारियल, आम के पत्ते 2. अक्षत (चावल) 3. फूल, माला 4. रोली, हल्दी, चंदन 5. दूर्वा (यदि संभव हो) 6. पंचमेवा (काजू, बादाम, किशमिश, छुहारा, नारियल) 7. पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, गंगाजल) 8. गंगाजल 9. धूप, दीप, घी 10. हवन कुंड, लकड़ियाँ (आम/पीपल/बरगद की), समिधा 11. हवन सामग्री (गूगल, लोबान, जौ, तिल, चावल) 12. फल, मिठाई, शक्कर 13. वस्त्र (ब्राह्मण दान हेतु) 14. दक्षिणा --- 3. मुख्य पूजन क्रम 1. संकल्प – पंडितजी संकल्प लें कि फलानी बालिका के जन्म नक्षत्र शांति हेतु यह गण्डमूल पूजा संपन्न की जा रही है। 2. गणेश पूजन – विघ्ननाश के लिए। 3. गौरी-गणेश, नवग्रह, कुलदेवता पूजन। 4. जन्म नक्षत्र शांति – बालिका के नाम और जन्म विवरण से ज्येष्ठा नक्षत्र...
केतु उपाय (Ketu Remedy) (1) पूजन- 1. केतु के आराध्य देव गणेश जी की आराधना करें, लड्डू का भोग लगाकर 2. निम्न मंत्र का जाप 108 बार प्रतिदिन करें- ॐ गलूम् गणेशाय नमः अथवा ॐ कें केतवे नमः। (2) दान- पूजा कर निम्न वस्तुएं गुरुवार को दान दें। संभव हो तो यह दान जवान जरूरत मंद पुरुष को दें। 1. उड़द (काली) दान 2. तिल/ तिल तेल 3. कंबल 4. लौह (3) अन्य टोटके- कुत्ते को खाना खिलाएं। चींटी को खाना दें।
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